तुलसी
तुलसी एक ऐसा पौधा है जिसे धरती पर अमृत कहा जाता है। तुलसी के सेवन से कई बीमारियों को सफाया होता है। पेट दर्द के लिए भी तुलसी बहुत असरकारी है। मात्र 1 चम्मच तुलसी का रस पीने से पेट का दर्द और पेट में मरोड़ की समस्या ठीक होती है। तुलसी के पत्तों का काढ़ा बनाकर पीने से दस्त और कब्ज जैसी परेशानी से छुटकारा मिलता है। तुलसी के 4 पत्तों का नियमित सेवन करने से पेट की बीमारियां दूर होती हैं।
त्रिफला
अनियमित खानपान और बढ़ते फास्ट फूड के चलन के चलते लोगों में कान्स्टपेशन का रोग बढ़ता जा रहा है। त्रिफला आयुर्वेद का अनमोल उपहार है। यह इस समस्या में बहुत फायदा करता है। त्रिफला तीन जड़ी-बूटियों का मिश्रण है। जिसमें अमलकी यानि कि एमबलिका ऑफीसीनालिस, हरीतकी यानि कि टरमिनालिया छेबुला और विभीतकी यानि कि टरमिनालिया बेलीरिका शामिल होता है। त्रिफला का 100 ग्राम चूर्ण और 60 ग्राम चीनी मिलाकर दिन में दो बार सेवन करने से पेट की सभी बीमारियां दूर होती हैं।
बथुआ
बथुआ भी पेट की समस्याओं से निजात दिलाता है। यह आमाशय को ताकत देता है और कब्ज की शिकायत को दूर करता है। बथुए की सब्जी कब्ज और अन्य पेट की समस्या वालों के लिए बहुत अच्छी रहती है। इससे कब्ज दूर होती है और शरीर में ताकत आती है और स्फूर्ति बनी रहती है। बथुए का रस, उबाला हुआ पानी पीएं, इससे पेट के हर प्रकार के रोग यकृत, तिल्ली, अजीर्ण, गैस, कृमि, दर्द आदि ठीक हो जाते हैं।
सौंफ
सौंफ के फायदे अगर आप पढ़ेंगे तो शायद हैरान रह जाएंगे। पेट की समस्या के साथ ये हमारे शरीर में और भी कई तरह फायदे करती है। साथ ही सौंफ हर घर में प्रयोग किया जाने वाला मसाला है। इसे पानी में उबाले और ठंडा कर पीएं। दिन में सिर्फ तीन बार इस मिश्रण को लेने से अपच और कफ की समस्या समाप्त होती है। पेट में दर्द हो तो भुनी हुई सौंफ चबाकर खाएं, दर्द ठीक हो जाएगा। जो लोग कब्ज से परेशान हैं, उनको आधा ग्राम गुलकन्द और सौंफ मिलाकर दूध के साथ रात में सोते समय लेना चाहिए, इससे कब्ज दूर हो जाएगा।
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