लहसुन:-
लहसुन में एंटी-इंफ्लामेट्री गुण पाए जाते हैं जो शरीर में एंटीऑक्सिडेंट गतिविधि को बढ़ावा देता है। इसका उपयोग पीठ दर्द और सिरदर्द के उपचार में किया जाता है और यह स्वाइन फ्लू के इलाज में भी मदद कर सकता है। लहसुन में मौजूद एलिसिन इम्यूनिटी को बेहतर बनाता है। लहसुन की कुछ कलियां सुबह गर्म पानी के साथ खाने से वास्तव में मदद मिल सकती है।
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तुलसी:-
तुलसी अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। रोगों से लड़ने जैसे फ्लू, खांसी और ठंड को बेअर करने में फायदेमंद होता है। तुलसी का उपयोग स्वाइन फ्लू के इलाज और तेजी से ठीक करने के लिए किया जा सकता है।
जिनसेंग:-
जिनसेंग मधुमेह रोगियों को रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद करने के लिए जाना जाता है। हालांकि, यह स्वाइन फ्लू के इलाज में भी मदद कर सकता है। विभिन्न अध्ययन बताते हैं कि जिनसेंग H1N1 वायरस से लड़ने में मदद कर सकता है। स्वाइन फ्लू के रोगियों के लिए एक कप जिनसेंग चाय की सलाह दीजाती है।
हल्दी:-
भारतीय घरों में खाना पकाने में हल्दी को प्रमुख मसाले के रूप में जाना जाता है। हल्दी में एंटीसेप्टिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो स्वाइन फ्लू के इलाज में मदद कर सकते हैं। एक कप गर्म हल्दी वाला दूध एच1 एन1 जैसे रोगों, मांसपेशियों में दर्द या घातक वायरस से लड़ने में मदद कर सकता है।
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जैतून के पत्ते:-
जैतून के पत्ते स्वाइन फ्लू को रोकने और उसका इलाज करने में मदद कर सकते हैं। पॉलीफेनोल्स और फ्लेवोनोइड्स से समृद्ध जैतून के पत्ते औषधीय गुणों का एक अच्छा स्रोत हैं। इसका उपयोग एच1 एन 1 वायरस से लड़ने के लिए किया जाना चाहिए। यह स्वाइन फ्लू के लक्षणों का इलाज करने में मदद करते हैं- जैसे मतली, सर्दी, खांसी आदि।
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