बवासीर के लक्षण
मलत्याग के समय मलाशय में अत्यधिक पीड़ा
शौच के वक्त रक्तस्राव और खुजली होना
गुदे की नसों में सूजन आना और लाल होना
गुदे में सूजन के साथ जलन होना
शौच करते वक्त टट्टी के साथ खून निकलना
भूख ना लगना और चिड़चिड़ाहट होना आदि।
बवासीर के लिए घरेलू उपचार
छोटी हरड़ के 2 से 5 ग्राम चूर्ण का नियमित नित्य सेवन करने तथा बवासीर पर अरण्डी का तेल लगाते रहने से भी काफी लाभ मिलता है।
बड़ी इन्द्रफला की जड़ को छाया में सुखाकर अथवा कनेर की जड़ को पानी में घिसकर बवासीर पर लगाने से फायदा मिलता है।
नीम का तेल को बवासीर के मस्सों पर लगाने से एवं 4-5 बूंद रोज पीने से भी आराम मिलता है।
छाछ या पतली दही में काला नमक और जीरा पाउडर डालकर पीने से भी बवासीर के मस्सों से आराम मिलता है।
छाछ में सोंठ का चूर्ण, सेंधा नमक, पिसा जीरा व जरा-सी हींग डालकर भी आप सेवन कर सकते हैं। ऐसा करने से आप देखेंगे कि आपको मस्सों से छुटकारा मिल रहा है।
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