पालक के उपयोग, लाभ और अन्य जानकरियां
आइए जानते हैं पालक से जुड़ी जानकारी, इसके उपयोग, लाभ और अन्य जानकरियां -
1) पालक क्या है और पालक का वैज्ञानिक नाम क्या है
पालक एक प्रकार की हरी सब्जी है जो पौष्टिक गुणों से भरपूर मानी जाती है और इसका सेवन विभिन्न रूपों में बहुतायत में किया जाता है। मुख्य रूप से ये सर्दी में पैदा होने वाली सब्जी है लेकिन इसका उत्पादन साल भर भी किया जा सकता है। पालक को सब्ज़ी बनाकर, सलाद में, सूप, जूस आदि की तरह प्रयोग में लिया जाता है। पालक को अंग्रेजी में स्पिनच (spinach) कहा जाता है तथा इसका वैज्ञानिक भाषा में नाम Spinacia Oleracea (स्पिनासिया ओलारासिया) है।
2) पालक के पौष्टिक तथ्य
पालक की पत्तियों में पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में तथा विविधता में पाए जाते है। पालक लौह तत्व यानि आयरन का तो भण्डार है ही साथ-साथ इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, सोडियम, पोटैशियम, जिंक भी पाए जाते हैं। इसके अतिरिक्त पालक में एस्कॉर्बिक एसिड, नियामिन, थाइमिन, ओक्सालिक एसिड, विटामिन ए, बी6, बी12, सी, डी2, डी3, फोलेट, फैटी एसिड जैसे अवयव पाए जाते हैं। जिन लोगों में आयरन की कमी है या एनीमिया से ग्रसित है, उन्हें पालक का सेवन करना चाहिए।
3) पालक कितने प्रकार के होते हैं
पालक को इसकी पत्तियों की बनावट के आदर पर तीन तरह के पालक में बांटा गया है-
सेवोय पालक - इसकी पत्तियां बेहद सिकुड़ी हुई तथा गहरे हरे रंग की होती है।
सेमी-सेवोय पालक - इसके पत्तियां अपेक्षाकृत कम सिकुड़ी हुई होती होती हैं।
स्मूथ-लीफ पालक - इस प्रकार का पालक बाजार में बहुतायत से पाया जाता है जिसकी पत्तियां चौड़ी होती हैं।
4) पालक खाने के स्वास्थ्य लाभ क्या हैं
पालक के सेवन से कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं, आइए जानते हैं उनके बारे में:
रक्तचाप को कम करने में - पालक में पोटैशियम तथा सोडियम के साथ ही नाइट्रेट पाए जाते है जो रक्त चाप को कम करने में सहायक होते हैं।
आयरन की कमी पूरी करने में - पालक का साग प्रचुर मात्र में लौह का भंडार है जो शरीर में लौह तत्व की कमी पूरी करता है तथा एनीमिया जैसे रोगों में लाभकारी है।
ह्रदय को स्वस्थ रखने में - पालक में भरपूर मात्र में एंटी-ओक्सिडेन्ट्स पाए जाते है तथा बीटा कीरेटिन रक्तवाहिनियों में ब्लोकेज नहीं होने देते इससे ह्रदय पर दबाव नहीं पड़ता एवं स्ट्रोक आने का खतरा कम हो जाता है।
मांसपेशियों को आराम पहुँचाता है - पालक में पाए जाने वाले फाइबर तत्व तथा विटामिंस मांसपेशियों के सेहत सुधारती है तथा पालक से मिलने वाली भरपूर एनर्जी मांसपेशियों को मज़बूत बनाती हैं।
नेत्रशक्ति बढ़ाने में - पालक विटामिन सी का उत्तम स्रोत है साथ ही विटामिन ए भी इसमें पाया जाता है जो आँखों के क्षमता को बढ़ता है।
हड्डियाँ मज़बूत करने में- पालक की पत्तियों में कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस तथा विटामिन डी पाया जाता है जो हड्डियों को मजबूत तथा उसके घनत्व को बढ़ता है।
वज़न घटाने में सहायक - पालक एक कम कैलोरीज वाला खाद्य पदार्थ है जो उन लोगों के लिए मददगार है जो अपना वज़न कम करना चाहते हैं।
मस्तिष्क की क्षमताओं का विकास करने में - पालक में पाए जाने वाले तत्त्व हाइपरटेंशन को कम करते है इससे तनाव दूर होने के साथ-साथ मस्तिष्क की क्षमताओं में वृद्धि होती है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में - पालक जिंक और विटामिन ई का उत्तम स्रोत है जो शरीर के इम्युनिटी सिस्टम को मज़बूत करता है।
गर्भावस्था में पोषक तत्व के रूप में - पालक पोषक तत्वों का भण्डार है जो गर्भावस्था के समय माता तथा शिशु के पोषक तत्वों की आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम है अतः इसका सेवन लाभकारी होता है लेकिन इसके साथ ही चिकित्सक की सलाह लेना भी महत्वपूर्ण है।
5) पालक के रस के क्या फायदे हैं
पालक का रस शरीर को तरोताजा बनाये रखता है।
पालक के रस का सेवन शरीर से टॉक्सिक पदार्थो को बाहर निकालने में मदद करता है।
पालक का जूस हाइपरटेंशन की समस्या में लाभदायक है।
पालक के रस का प्रयोग सुंदरता को बढाने में मदद करता है।
पालक का रस रक्त को शुद्ध करने में फायदा करता है।
6) त्वचा और बालों के लिए पालक के फायदे
पालक का प्रयोग त्वचा में निखार लाने के लिए किया जाता है।
पालक के रस में भीगी हुई रुई को आँखों के नीचे रखने से काले घेरे (डार्क सर्कल्स) मिट जाते हैं।
पालक का पेस्ट मुंह पर लगाने से स्किन को गोरी तथा चमकदार बनाया जा सकता है। रिंकल्स, मुंहासों, बढती उम्र के प्रभावों को कम करने के लिए तथा त्वचा का मोइस्चर बनाये रखने के लिए भी इसका उपयोग होता है।
पालक में पाया जाने वाला मैग्नीशियम तथा जिंक बालों की जड़े मज़बूत कर इन्हें झड़ने से रोकता है तथा इसमें मौजूद विटामिन सी उन्हें काला रखने में मदद करता है।
पालक के रस अथवा पेस्ट को बालों में लगाने से वे चमकदार,मुलायम होते हैं तथा उनकी ग्रोथ बढती है।
7) पालक खाने से क्या नुकसान होता है
पालक पोषक तत्वों से भरपूर सब्जी है लेकिन इसका अधिक सेवन आपको परेशानी में डाल सकता है।
पालक में फाइबर अधिक मात्रा में पाया जाता है तो इसके अधिक सेवन से आपको दस्त तथा पाचन सम्बन्धी परेशानियाँ हो सकती हैं।
इसमें कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है जो ह्रदय रोग का कारण बन सकती है।
पालक लौह तत्व तथा अन्य मिनरल्स अधिक मात्रा में रखता है इसलिए किडनी उनको अधिक मात्रा होने पर फ़िल्टर करने में असमर्थ हो जाती है इससे आपको पथरी की समस्या हो सकती है।
पालक अधिक मात्रा में खाए जाने से शरीर की विटामिन तथा मिनरल अवशोषित करने की क्षमता प्रभावित होती है।
8) पालक किसे नहीं खाना चाहिए
रक्तचाप से सम्बंधित दवाइयां ले रहे लोगों को पालक का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए क्यूंकि पालक रक्त को पतला करता है।
गर्भावस्था में पालक का अधिक सेवन विटामिन ए की बढती मात्रा के कारण नुकसानदायक हो सकता है।
किडनी से सम्बंधित बीमारियों से जूझ रहे लोगों को इसका सेवन करने से बचना चाहिए।
कमज़ोर पाचन शक्ति वाले लोगों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
9) निष्कर्ष
पालक एक ऐसी सब्जी है जिसको विभिन्न व्यंजनों का तौर पर परोसा और खाया जा सकता है और यह अपने औषधीय गुणों के कारण उतनी ही लोकप्रिय भी है। पालक का सीमित मात्रा में नियमित प्रयोग हमें स्वस्थ रखने में सहायक होता है। कुछ गंभीर रोगों में या किसी विशेष प्रकार की एलर्जी में या कोई अन्य परेशानी हो तो आपको किसी अच्छे डॉक्टर या डाइटिशीयन की सलाह लेनी चाहिए।
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