1) सेब किस प्रकार का फल होता है
सेब को असत्य यानि झूठा फल भी कह दिया जाता है, इसके पीछे कारण है इसके निर्माण का तरीका। अन्य फल जिस तरीके से अंडाशय द्वारा निर्मित होते हैं, इसका निर्माण वैसे नहीं होता। सेब अंडाशय के आस पास के उत्तकों से निर्मित होता है इसलिए ये झूठा फल कहलाता है। सेब, नाशपाती आदि इसके उदाहरण है।
2) सेब के अन्य नाम क्या हैं
भारत में सेब को लगभग सब जगह सेब ही कहा जाता है। अंग्रेजी में इसका नाम एप्पल (apple) है और वैज्ञानिक नाम मैलस प्यूमिला है, जो मेलस डोमेस्टिका (Melus domestica) नामक प्रजाति का हिस्सा है। इसका उत्पादन मध्य एशिया में अधिक मात्रा में किया जाता है। हिमाचल प्रदेश को भारत का 'सेब का कटोरा' कहा जाता है।
3) सेब में कौन से पोषक तत्त्व होते हैं
हमने 'An Apple a day, keeps a doctor away' वाली कहावत तो सुनी होगी जो ये साबित करती है कि सेब कितने पोषक तत्वों से भरपूर होता है तथा स्वास्थ्य के लिए बहुत ही गुणकारी भी है। सेब के पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें तरल, पानी, एनर्जी, प्रोटीन, उच्च फाइबर, नियासिन, कैल्शियम, आयरन, पोटेशियम, कार्बोहाइड्रेट जैसे तत्व पाए जाते हैं। इसके साथ साथ कई प्रकार के विटामिन जैसे सी, बी6, ए, के, ई आदि पाए जाते हैं, जिनके नियमित सेवन से सेहतमंद रहा जा सकता है।
4) सेब खाने के फायदे और इसके उपयोग
सेब खाने से कई सारी बीमारियों की होने की संभावना कम हो जाती है। आइए जानते हैं उनके बारे में
मोटापा घटाए - सेब के अंदर फाइबर, एंटी ऑक्सीडेंट और अन्य ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो वजन को नियंत्रित रखते हैं। ऐसे में रोज एक सेब का सेवन आपको मोटापे से बचा सकता है।
कैंसर जैसे गंभीर रोगों से बचाव - नियमित सेब खाने वाले व्यक्ति को कैंसर आदि रोगों की संभावना कम हो जाती है। सेब कई प्रकार के कैंसर से बचाव करता है, जिसमें लंग्स, प्रोटेस्ट, आंतों का कैंसर आदि प्रमुख है। इसके एंटी ऑक्सीडेंट गुण कैंसर कोशिकाओं को पनपने से रोकते हैं।
पथरी की समस्या में - अधिक वजन वाले लोगों को गॉल ब्लैडर में पथरी की समस्या हो सकती है। स्टोन से पीड़ित लोगों को सेब खाना चाहिए।
इम्यूनिटी बढ़ाए - सेब के एंटी-ओक्सिडेंट तत्व शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाते हैं। आपके रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है।
गुड कोलेस्ट्रॉल - सेब के गुण शरीर में मौजूद बुरे कोलेस्ट्रॉल को घटाते हैं और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं। इससे हृदय रोगों से बचाव होता है।
5) सेब के औषधीय गुण क्या हैं
सेब में पेक्टिन नाम का फाइबर पाया जाता है जो पाचन, हृदय रोग, मधुमेह आदि में लाभ देता है।
दिमाग को सक्रिय रखने के लिए सेब का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है।
सेब के पाचक रसों और फाइबर को उपस्थिति से यह पेट से जुड़े रोगों में कारगर है।
दिल के रोगों में भी सेब का सेवन किया जाना चाहिए। यह कोलेस्ट्रॉल को घटाने वाला होता है।
हाइपरटेंशन से बचाव के लिए भी सेब फायदेमंद है।
हड्डियों को मजबूती प्रदान करने, दांतों को सफेद बनाए रखने में सेब गुणकारी है।
शुगर रोगियों के लिए भी सेब का सेवन अच्छा रहता है।
6) सेब किन बीमारियों में लाभकारी है
कई गंभीर रोगों में भी सेब का सेवन लाभकारी सिद्ध होता है।
ह्रदय रोग - ह्रदय रोगों में सेब के एंटी ऑक्सीडेंट गुण स्ट्रोक, दिल की कमजोरी, नसों के ब्लॉकेज आदि समस्याओं के लिए एक उपयोगी फल है।
शुगर रोग में - शुगर रोग में उच्च फाइबर वाले आहार का सेवन किया जाना चाहिए। इससे रक्त में शुगर लेवल को मेंटेन किया जा सकता है। अतः उन लोगों को सेब का सेवन अवश्य करना चाहिए जो शुगर से पीड़ित हैं। शुगर रोगियों को मीठे फल नहीं खाने चाहिए।
खून की कमी में - जिन महिलाओं या पुरुषों में खून की कमी होती है उनके लिए सेब उत्तम आहार है। यह आयरन का प्रचुर स्त्रोत है। विशेषकर महिलाओं को तो सेब खाना ही चाहिए। गर्भावस्था में भी इसका सेवन कई मायनों में फायदेमंद है।
आंखों के लिए - सेब विटामिन बी, विटामिन सी, फाइबर, विटामिन ए का अच्छा स्रोत है। इसके सेवन से आंखों की समस्या से बचाव रहता है। समय से पूर्व मोतियाबिंद और नेत्र से जुड़ी अन्य समस्याएं सामने नहीं आती।
7) क्या सेब खाने इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होता है
सेब में प्रचुर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। आम तौर खट्टे फलों में विटामिन सी अच्छी मात्रा में पाया जाता है, जो इम्यूनिटी को बढ़ाने वाला होता है। कई लोग इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए सेब की चाय भी पीते हैं। रोगों से लड़ने और संक्रमण को रोकने के लिए सेब फायदेमंद फल है।
8) सेब के पेड़ का कौन-कौन सा हिस्सा उपयोगी होता है
प्रकृति प्रदत्त सभी चीजें कई प्रकार से उपयोग में लाई जा सकती है। सेब के पेड़ का फल तो खाने के लिए हम सब उपयोग में लेते ही हैं, लेकिन फल के अलावा इसके पत्ते, छाल, जड़ आदि भी कई रोगों में औषधि के रूप में प्रयोग की जाती है।
9) सेब को कैसे उगाया जाता है और ये कहाँ पाया जाता है
सेब एक ठंडे प्रदेशों का पर्वतीय फल है। इसको उगाने के लिए सर्द जलवायु की आवश्यकता होगी है।
सेब कैसे उगाया जाता है?
पके सेब फलों से बीज तैयार किए जाते हैं। बीजों को निकालकर अच्छे तरह से इनको धूप में 2 से 3 सप्ताह तक सुखाया जाता है। अब इन सूखे बीजों को उस मिट्टी के साथ मिला दिया जाता है, जो उगाने के लिए उपयोग में आने वाली है। स्प्रे से इसमें कुछ नमी भी डाली जाती है। आम तौर पर सेब में फल सितंबर से अक्टूबर मास तक आ जाते हैं लेकिन कुछ अंचलों में अप्रैल से जुलाई तक फल आते हैं।
बीजों वाली मिट्टी को उगाने से पौधे पनपते हैं, उसके बाद लगभग एक पेड़ के लगाने से चार वर्ष बाद फल आने लगते हैं।
पुष्पित अवस्था से 130 से 135 दिनों बाद पेड़ में फल लग जाते हैं। इसका पकने का निर्धारण फल की बनावट, ठोस, भुरभुरेपन, फल के रंग, स्वाद आदि कारकों पर निर्भर करता है।
सेब की सर्वाधिक खेती हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश में की जाती है। इसके अलावा पंजाब, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम आदि जगहों पर भी सेब की खेती की जाती है।
बहुउपयोगी यह फल वास्तव में गुणों की खान है। स्वास्थ्य रक्षा के लिए सेब को बहुत अच्छा फल माना गया है। जिसका सेवन नियमित रूप से करना चाहिए।
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