मजबूत हड्डी (Strong Bone):- अल्फला विटामिन, मिनरल व अन्य पोषक तत्त्वों से भरपूर है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने व ताकत देने के साथ उनके विकास में भी लाभदायक होता है। इसके अलावा यह पूरे शरीर का रख रखाव भी करता है।
गठिया के उपचार (Gout treatment):- यदि कोई व्यक्ति गठिया के रोग से परेशान है तो उसके लिए यह बहुत फायदेमंद है। हड्डियों की मजबूती के लिए आवश्यक मिनरल अल्फाल्फा में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, इसलिए इसे गठिया के इलाज के लिये लाभदायक माना जाता है। अल्फाल्फा के बीजों से बनी चाय का सेवन करने से गठिया के रोग में फायदा होता है।
शुगर (Sugar):- अल्फाल्फा खून में शूगर के स्तर को संतुलित रखता है, इसलिए इसे डायबिटीज या शुगर के इलाज का प्राकृतिक उपचार माना गया है। इसका नियमित सेवन करने से डायबिटीज की बीमारी में लाभ मिलता है।
गुर्दे की पथरी (Kidney Stone):- गुर्दे की पथरी को दूर करने के लिए भी अल्फाल्फा का इस्तेमाल किया जा सकता है। अल्फला में विटामिन A, C, E और जिंक होते हैं, जो किडनी की पथरी को गलाकर निकालने में मदद करते हैं। इन सभी विटामिन और मिनरल को आप अल्फला पाउडर और अल्फला स्प्राउट के रूप में पा सकते हैं।
गंजापन (Baldness):- गंजेपन और बालों के झड़ने का प्राकृतिक उपचार के लिए अल्फाल्फा का रस और समान मात्रा में ही सलाद के पत्तों को मिलाकर बालों में लगाइए। यह बालों के विकास तथा बालों को झड़ने से रोकने के लिए विशेष रूप से उपयोग किया जाता है।
मासिक धर्म (Menstrual):- अल्फाल्फा महिलाओं के लिए भी बहुत उपयोगी है। इसमें एस्ट्रोजेनिक के गुण मौजूद होते हैं, जो महिलाओं में होने वाले मासिक धर्म के दौरान लक्षणों तथा दर्द को कम करने में लाभदायक सिद्ध होता है।
श्वास संबंधी समस्या (Breathing problem):- अल्फाल्फा में क्लोरोफिल गुण होते हैं, जो सांस से जुड़ी समस्याओं के इलाज में भी फायदेमंद होती है। सांस की समस्या मुख्य रूप से फेफड़ों और साइनस के कारण होने वाली समस्याओं के निवारण लिए अल्फाल्फा रस का इस्तेमाल किया जाता है।
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