मूली का उपयोग सलाद और तरकारी के रूप में किया जाता है और औषधि के रूप में भी किया जाता है | मूली की जड़ जमीन के अंदर होती है |
मूली के प्रकार २ होते है एक छोटी और बड़ी होती है | छोटी मूली पाचक , रुचिकारी , हल्की , ज्वर , त्रिदोषनाशक , श्वास , नासिका रोग , गरम , कंठ रोग और नेत्र रोग नाशक होती है | जबकि बड़ी मूली रुखी गरम भारी और त्रिदोष पैदा करने वाली होती है |
मूली में सोडियम फास्फोरस , क्लोरिन तथा मैग्नीशियम भी होता है | विटामिन ‘ ए , बी सी , भी इसमें पाए जाते है | भोजन के साथ हर रोज मूली खाने से से व्यक्ति अनेक बीमारियों से मुक्त रह सकता है |मूली सौंदर्यवर्ध्दक भी है |
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