लेकिन हम आपको बता दे की योग में भी इसका समाधान है| योग का अभ्यास करके आप बवासीर की समस्या से छुटकारा पा सकते है|
बवासीर से निजात पाने के लिए कुछ आसन इस प्रकार है:-
सर्वंगासन
सर्वंगासन करने से तनाव दूर होता है, साथ ही यह बवासीर के लक्षणों से भी निजात दिलाता है| इसे करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल सीधे लेट जाएं। इसके बाद अपने दोनों पैरों को साथ रखें और हाथों को कमर के पीछे रखे| इसके पश्चात सांस अंदर की ओर लेते हुए दोनों पैरों को ऊपर की और उठाये| पहले 30 डिग्री के कोण तक उठाएं, फिर धीरे धीरे करकर 90 तक की डिग्री तक उठाएं।
कुछ सेकंड्स इसी अवस्था में बैठे रहे| फिर सांस छोड़ते हुए धीरे धीरे दोनों पैरों को नीचे ले आएं और कुछ देर शवासन में लेटें। यह फायदेमंद Yoga poses for Piles में से एक है| जिन भी लोगो को कमर और गर्दन में दर्द हो वो लोग इस आसन को न करें।
बालासन
बालासन करने में सरल तो है ही साथ ही इससे आप बवासीर की समस्या से राहत पा सकते है| दरहसल यह आपके पाचन तंत्र को सुचारू रखता है तथा कब्ज की समस्या से निजात दिलाता है| इस आसन को करने के लिए सबसे पहले तो घुटने मोड़कर बैठ जाये| अब हाथो को ऊपर उठाये और आगे जमीन को और रख दे|
अपने माथे को भी जमीन से छुए| इस वक्त आपके शरीर की मुद्रा पेट में पल रहे बच्चे के समान होती है| आपका नितम्ब दोनों एडियो के बिच होना चाहिए| इस मुद्रा में कुछ सेकंड्स बने रहे|
पर्वतासन
पर्वतासना को माउंटेन पोस के नाम से भी जाना जाता है| यह आपके पुरे शरीर को स्ट्रेच करने के लिए बहुत अच्छा व्यायाम है| इसलिए गठिया रोगी के लिए तो यह बहुत ही अच्छा व्यायाम है| इसे करते वक्त शरीर की मुद्रा पर्वत के समान दिखती है इसलिए इसे पर्वतासन कहा जाता है|
इसे करने के लिए किसी साफ़ समतल जगह पर दरी बीछाकर खड़े हो जाये| अब अपने हाथो को ऊपर कर ले| इसके बाद सांस लेते हुए अपने पंजो को ऊपर उठाये, कुछ सेकंड्स इसी मुद्रा में बने रहे फिर निचे आ जाये|
हलासन
हलासन आपके पीठ की मांसपेशियों से तनाव दूर करता है| इसे करने से कब्ज, गैस, खाने का ना पचना जैसी समस्या दूर होती है| इसे करने के लिए सबसे पहले अपने पीठ के बल लेट जाये फिर अपने पैरो को धीरे धीरे उठाये| आपको सांस लेते हुए अपने पैरो को उठाना है और 90 डिग्री तक ले जाना है|
इसके बाद सांस छोड़ते हुए अपने पैरो को 120 डिग्री तक ले जाने का प्रयत्न करे| इसे बाद अपने पंजो को भूमि से लगाए| कुछ देर इसी अवस्था में बने रहे फिर वापिस आ जाये|
इसके अतिरिक्त और भी कई आसन जैसे मयूरासन, वज्रासन, पश्चिमोत्तानासन भी बवासीर में फायदेमंद है|