मंडूकासन क्या है
मंडूकासन योगा का ही एक प्रकार है, इस आसन को मंडूकासन इसीलिए कहा जाता है क्योंकि इस आसन के दौरान आपकी स्थिति बिल्कुल मेंढ़क जैसी होती है यानी जिस पॉजीशन में मेंढ़क होता है आपकी भी ठीक वही पोजीशन होती है।
मंडूकासन के दौरान यह भी ध्यान देने वाली बात हैं कि यदि आप किसी समस्या जैसे उच्च रक्तचाप, कमर दर्द, गर्दन दर्द, या फिर हार्ट की बीमारियों से जूझ रहे हैं तो आपको ये आसन नहीं करना चाहिए या फिर आपको इस आसन को करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
मंडूकासन को वज्रासन की तरह बैठकर करना चाहिए। यदि आप पहली बार मंडूकासन करने जा रहे हैं तो आपको एक्सपर्ट से जरूर कंसल्ट करना चाहिए ताकि आप इस आसन का अधिक से अधिक लाभ उठा पाएं।
मंडूकासन कैसे करें
मंडूकासन को करने के लिए आपको सबसे पहले चारपाई पर या जमीन पर बैठना चाहिए।
चारपाई पर कमर सीधी करके बैठें। इसके बाद आपको दोनों घुटनों को मिलाकर पंजों और एडि़यों को नितंबों के पास ले जाएं।
आपकी यह मुद्रा ठीक वैसे होगी जैसे आप वज्रासन में बैठते हैं।
इसके बाद आपको दोनों हाथों की हथेलियों को एक-दूसरे के ऊपर रखकर नाभि तक ले जाएं।
कमर के ऊपरी भाग को आगे की ओर झुकाएं। अब आपकी स्थिति एकदम ऐसी होगी कि आपके घुटने जमीन पर और कमर ऊपर की ओर है और पैर पीछे की तरफ।
अब आपको अपने सीने को जांघों तक ले जाना है और कुछ देर इसी स्थिति में रहें।
मंडूकासन के फायदे
पेट में बन रही गैस की समस्या दूर होती है।
पेट संबंधी समस्याएं और अन्य विकारों को आसानी से दूर किया जा सकता हैं।
रीढ़ की हड्डी मजबूत होती हैं।
इस आसन से आपके पंजों को बल मिलता हैं और आपके उछलने की क्षमता बढ़ जाती है यानी आप कुछ देर तक आराम से बिना थके लगातार उछल सकते हैं।
इस आसन को करने से आपको शरीर में हल्कापन महसूस होगा और आप बहुत ही रिलैक्स महसूस करेंगे।
शरीर में बढ़ रही अतिरिक्त चर्बी को दूर करने के लिए मंडूकासन बहुत लाभकारी हैं।
जोड़ों में दर्द की समस्या हो या फिर टखनों, घुटनों इतयादि में दर्द हो, इस आसन के जरिए सभी समस्याओं ये आसानी से निजात पाई जा सकती हैं।