सूर्य नमस्कार का अर्थ होता है सूरज को नमस्कार करना। यह कई आसनों से मिलकर एक आसन बनता है जो शरीर और मन को स्वस्थ रखने का सबसे अच्छा तरीका होता है। इस लेख में आप जानेगे सूर्य नमस्कार क्या है सूर्य नमस्कार के पीछे का विज्ञान और सूर्य नमस्कार के फायदे क्या है।
सूर्य नमस्कार संस्कृत के दो शब्दों सूर्य और नमस्कार से मिलकर बना है, जहां सूर्य का अर्थ सूरज और नमस्कार का अर्थ नमस्कार या प्रार्थना है। तड़के सुबह उठकर सूर्य नमस्कार आसन करना दिन की शुरूआत करने का एक सर्वोत्तम तरीका है। सूर्य नमस्कार कुल 12 चरणों में पूरा होता है और इसका प्रत्येक स्टेप अपने आपमें बहुत लाभकारी है। सूर्य नमस्कार आसन भगवान सूर्य की प्रार्थना करने और उन्हें धन्यवाद देने की एक बहुत ही पुरानी तकनीक है। सूर्य नमस्कार की पूरी प्रक्रिया में भगवान सूर्य के अलग-अलग नामों का जाप किया जाता है।