
आडू एक ऐसा फल है जिसके सेवन से दृष्टि, त्वचा, तंत्रिका तंत्र, दांत और हड्डियां स्वस्थ्य रहती है, इसलिए आज हम जानेंगे आडू खाने के फायदे । इसे एंटी एजिंग फल माना जाता है जो न केवल विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालता है बल्कि पाचन में सुधार लाता है। इसमें आवश्यक पोषक तत्वों के अलावा इसे एंटीऑक्सिडेंट्स का स्रोत माना जाता है जो गर्भावस्था के दौरान बहुत ही काम आता है।
आडू के 100 ग्राम प्रति पोषक मूल्य- ऊर्जा 39 किलो कैलारी, कार्बोहाइडेट 7 प्रतिशत, प्रोटीन 1.5 प्रतिशत, फाइबर 4 प्रतिशत, फोलेट 1 प्रतिशत, नायसिन 5 प्रतिशत, विटामिन बी -1, 3 प्रतिशत, पारोडोक्सीन 2 प्रतिशत, राबोफलेविन 2.5 प्रतिशत, थायमिन 2 प्रतिशत, विटामिन ए 11 प्रतिशत, विटामिन सी 11 प्रतिशत, विटामिन ई 5 प्रतिशत, सोडियम 0 प्रतिशत, पोटेशियम 4 प्रतिशत, कैल्शियम 0.6 प्रतिशत, तांबा 7.5 प्रतिशत, लोहा 3 प्रतिशत, मैग्नििशयम 2 प्रतिशत, मैगनीज 3 प्रतिशत, फास्फोरस 2 प्रतिशत, जस्ता 1.5 प्रतिशत, केरोटीन 162 ग्राम, जेन्थीन बी क्रिप्टेल्लग 67 ग्राम, लुटीन जेनथीन 91 ग्राम ।
1. फलों के सेवन से उम्र के असर को करे बेअसर । आडू में जरूरी एंटी आॅक्सीडेंट होते हैं जो वृद्धावस्था की प्रक्रिया का मुकाबला करने में सक्षम होते हैं ।
2. आडू से बने फेस पेक लगाने से चेहरा चमकदार और कोमल बनता है । आडू त्वचा को स्वस्थ्य बनाने में मदद करता है ।
3. आडू में 80 प्रतिशत पानी तथा यह फाइबर का अधिक स्त्रोत होने से वजन कम करने मे मदद करता है ।
4. आडू में रेचक प्रभाव और शक्तिशाली मूत्रवर्धक प्रभाव है । यह गठिया और गठिया से पीड़ित लोगों के लिए लाभकारी है ।
5. आडू निम्नलिखित रोगों जैसे अम्लरक्तता, रक्ताल्पता, दमा, मूत्रालय और गुर्दे की पथरी, ब्रोंकाइटिस, कब्ज, सूखी खांसी, जठर शोथ, उच्च रक्तचाप, नैफ्रैटिस और गरीब पाचन में लाभकारी है ।
6. ताजा आडू में विटामिन सी भरपूर होता है जो एंटी आॅक्सीडेंट जो शरीर के संक्रामक एजेंटों के खिलाफ प्रतिरोध के विकास और हानिकारक मुक्त कण को मदद करता है ।
7. ताजे आडू में विटामिन ए और बीटा कैरोटीन का स्त्रोत है जो दृष्टि श्रलेष्म झिल्ली और त्वचा को बनाए रखने में आवश्यक है । विटामिन ए फेफड़ों और मौखिक गुहा के कैंसर से सुरक्षा प्रदान करता है ।
8. आडू लाल रक्त कोेशिका का निर्माण, हडिडयों और दांतो मजबूत बनाता है , दंत क्षय की रोकथाम करता है । पोटेशियम दिल की दर और रक्तचाप को नियत्रिंत करने में मदद करता है ।
9. Aadu के फूलों के रस से बनाया गया टिंक्चर पेट दर्द (कोलिक-पेन ) को दूर करने में सहायक होता है तथा इससे बनाया गया सीरप हलके परगेटिव के रूप में भी काम करता है जिसे बच्चों में होनेवाले जांडिस कि चिकित्सा में फायदेमंद पाया गया है !
10. इसकी ताज़ी पत्तियों के प्रयोग से कृमिहर प्रभाव प्राप्त किया जाता है !
11. यदि कहीं हल्का सा कट गया हो तो इसकी ताज़ी पत्तियों के लेप को लगाने मात्र से खून आना बंद हो जाता है !
12. Aadu के पेड़ की छाल का प्रयोग घाव साफ़ करने (व्रणशोधन एवं व्रणरोपण ) एवं भरने में भी किया जाता है !
13. Aadu के सेवन से शरीर में रोगप्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। इस फल का रस कई तरह के सूक्ष्म जीवों के संक्रमण से बचाव करता है। आडू के सेवन से कब्जियत और अपच की समस्या का निदान हो जाता है।
1 हड्डियों को बनाए मजबूत
मनुष्य़ के शरीर के अंदर हड्डियां एक ऐसी चीज है जो बचपन से लेकर किशोरावस्था तक बनती हैं, बढ़ती हैं और विकसित होती हैं। इन्हीं हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए नियमित रूप से आडू का सेवन कीजिए। यह न केवल हड्डियों के लिए फायदेमंद है बल्कि दातों को मजबूत बनाने में भी इसका योगदान रहता है। इसका सेवन महिलाओं को ऑस्टियोपोरोसिस से भी बचाता है। यह गठिया रोग से भी बचाव करता है।
2 एंटी-ऑक्सीडेंट का स्रोत
एंटी-ऑक्सीडेंट हृदय रोगों, ब्लड प्रेशर, अल्जाइमर और दृष्टिहीनता के खतरे को कम करते हैं। आड़ू में भी एंटी-ऑक्सीडेंट पाया जाता है जो कैंसर से तो बचाते ही हैं वहीं कुछ अध्ययनों में यह बात पता चली है कि ये कीमोथेरेपी के साइड इफ़ेक्ट से बचने की क्षमता को भी बढ़ाते हैं।
3 इम्यून सिस्टम को बढ़ाने करे काम
आडू खाने के फायदे की बात करें तो आड़ू में इम्यून सिस्टम को बढ़ाने वाले गुण पाए जाते हैं जो शरीर की छोटी-मोटी बीमारी को दूर करने में सहायक है। इसमें विटामिन सी भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो एंटी-ऑक्सीडेंट की तरह काम करता है।
4 पेट की समस्या में गुणकारी
नियमित रूप से आडू का सेवन करने से आपकी पाचन शक्ति बेहतर रहती है। यह पेट की समस्याएं जैसे कब्ज, बवासीर, पेट में अल्सर और जठरांत्र आदि को रोकने में सहायक है।
5 वजन को नियंत्रण करने में सहायक
आडू में बहुत ही कम कैलोरी पाई जाती है। इसलिए अगर आप इसे नाश्ते में खाते हैं तो लंच टाइम तक आपको और कुछ खाने की जरूरत नहीं होती। इस तरह यह वजन को कंट्रोल करने में सहायक है।
6 आडू खाने का सही समय
पर ध्यान रखें कि इसे दूसरे फलों के साथ मिलाकर न खाएं। भोजन के तुरंत बाद खाने की बजाए इसे आधे घंटे बाद खाएं। जिन्हें एलर्जी और शरीर में सूजन की समस्या हो वे इसे खाने से पहले चिकित्सक सलाह लें।
कुछ लोगों को इसके सेवन से एलर्जी की प्रतिक्रिया हो सकती है. आड़ू एलर्जी के लक्षण लोगों के बीच अलग-अलग होते हैं, लेकिन इनमें मुंह, जीभ या होंठों में लाली या सूजन शामिल हो सकते हैं.
आड़ू के अधिक सेवन से पेट में दर्द, साँस लेने में समस्या, दस्त, चक्कर आना, मतली आदि हो सकती है.
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