जीरा दमा और सर्दी से राहत पहुंचाता है

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आमतौर पर तड़के के लिए इस्तेमाल होने वाला जीरा भारतीय व्यंजनों में इस्तेमाल होने वाला एक सुगंधित मसाला है. पेट से जुड़ी कई तरह की बीमारियरें करे दूर करने के लिए ये एक कारगर औषधि है. जीरे की तासीर गर्म होती है.

हममें से ज्यादातर लोगों को पता भी नहीं होता है कि जीरा एक घरेलू औषधि है जिसे कई छोटी-छोटी बीमारियों में इस्तेमाल कर सकते हैं.

फ़ायदा नंबर 1: पाचन को सुधारता है
जीरा पाचन तंत्र को बेहतर बनाने के लिए जाना जाता है. अपने थायमॉल कम्पाउंड और दूसरे महत्वपूर्ण ऑयल्स के चलते जीरा सैलिवरी ग्लैंड्स को प्रोत्साहित करता है, जिससे पाचन सुधरता है. यदि आपको भी अपच की शिकायत हो तो दिन में तीन बार जीरा चाय पिएं. 
नुस्ख़ा: 1 कप पानी लें और उसमें १ टेबलस्पून जीरा डालें. पानी को उबालें. उसके बाद छानकर पिएं. ऐसा दिन में तीन बार करें.  

फ़ायदा नंबर 2: कब्ज़ दूर रखता है 
चूंकि जीरे में फ़ाइबर की अच्छी मात्रा होती है, अत: यह आपके गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक की गतिविधियों को पटरी पर लौटाता है. एन्जाइम्स के स्राव को भी प्रोत्साहित करता है. यही कारण है कि जीरा प्राकृतिक लैक्सेटिव के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. अपने इस गुण के कारण जीरा पुराने कब्ज़ और यहां तक कि पाइल्स को भी ठीक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. 
नुस्ख़ा: कब्ज़ से छुटकारा पाने के लिए एक टेबलस्पून जीरा गहरा भूरा होने तक भूनें. फिर उन्हें बारीक़ पीस लें. इस पाउडर को पानी और शहद में मिलाकर प्रतिदिन ख़ाली पेट खाएं. 

फ़ायदा नंबर 3: दमा और सर्दी से राहत पहुंचाता है
अपने ऐंटी-बैक्टीरियल और ऐंटी-इन्फ़्लेमैटरी गुणों के चलते जीरा सर्दी-ख़ासी के लिए इस्तेमाल होनेवाले घरेलू नुस्ख़ों में अपनी ख़ास जगह रखता है. जीरा के घटक मसल्स की सूजन को कम करते हैं और इन्फ़ेक्शन्स से लड़ने के लिए आपकी रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा देते हैं. 
नुस्ख़ा: एक ग्लास पानी में एक टेबलस्पून जीरा डालें. उसे उबालें. फिर उसमें थोड़ा-सा कटा हुआ अदरक डालें. ठीक से उबालें. इसे छानें और दिन में दो से तीन बार इसका सेवन करें. 

फ़ायदा नंबर 4: गर्भवती महिलाओं के लिए है फ़ायदेमंद 
गर्भवती महिलाओं के लिए जीरा रामबाण जैसा है. यह कब्ज़ कम करता है, जिससे गर्भवती महिला का हाज़मा भी सुधरता है. जी मिचलाने जैसे प्रेग्नेंसी के लक्षणों को भी कम करता है. 
नुस्ख़ा: एक ग्लास गर्म दूध लें. उसमें आधा टेबलस्पून जीरा पाउडर और एक टेबलस्पून शहद डालें. ठीक से मिला लें. यह नुस्ख़ा नियमित रूप से आज़माएं. 

फ़ायदा नंबर 5: इन्सोम्निया में है कारगर 
यदि आपको रातों को ठीक से नींद नहीं आती तो जीरा से मदद मिल सकती है. इसमें मेलाटोनिन नामक एक कम्पाउंड होता है, जिसका सेवन मैश किए हुए केले के साथ करने से शरीर में नींद लानेवाले कैमिकल का निर्माण होता है. 
नुस्ख़ा: आधा टेबलस्पून जीरा पाउडर, 1 टेबलस्पून मैश किए हुए केले के साथ मिलाएं. रात को सोने से पहले इस पेस्ट का सेवन करें. बिस्तर पर पड़ते ही नींद आपको अपने आगोश में ले लेगी. 

फ़ायदा नंबर 6: त्वचा बनती है चमकदार 
शहद और जीरा से बनाया हुआ फ़ेस पैक न केवल आपकी त्वचा को नई दमक देता है, बल्कि उसे मुलायम भी बनाता है. शहद त्वचा की सूजन को दूर करता है और जीरा उसे नम बनाता है. इस पैक को धोने के बाद चेहरे पर थोड़ा जोजोबा ऑयल लगाएं. 
नुस्ख़ा: यह मास्क बनाने के लिए 1/4 टेबलस्पून हल्दी पाउडर, आधा टेबलस्पून जीरा पाउडर और 1 टेबलस्पून शहद अच्छे से मिलाएं. यह मास्क लगाने के बाद 10 मिनट तक सूखने दें. उसके बाद गर्म पानी से धो लें. आप इस फ़ेस पैक का इस्तेमाल हफ़्ते में तो या तीन बार कर सकते हैं. 

फ़ायदा नंबर 7: बाल बनते हैं लंबे, घने और चमकीले
जीरा आपको लंबे, घने और चमकीले बाल देने में भी मदद कर सकता है. 
नुस्ख़ा: 150 से 200 मिली पानी, 1 टेबलस्पून जीरा पाउडर और 1 अंडे की सफ़ेदी लें. इन सभी को मिलाकर स्मूद पेस्ट बना लें. अब इस पेस्ट को बालों पर लगाकर सूखने दें. सूखने का बाद इसे पानी से धो लें. बेहतर नतीजे के लिए आप यह प्रक्रिया हफ़्ते में या दो हफ़्ते में एक बार दोहराएं
हार्ट बर्न
जीरा अपने गैस से राहत देने वाले गुणों के लिए जाना जाता है, लेकिन विडंबना यह है कि यह सबसे आम पाचन संबंधी समस्या, हार्टबर्न का एक कारण हो सकता है! बुक "पॉकेट गाइड टू हर्बल मेडिसिन" के अनुसार जीरा आपके गैस्ट्रोइंटेस्टिनल ट्रैक्ट में अधिक गैस बनने में योगदान देता है।

डकार की समस्‍या
जीरे के वातहर प्रभाव के कारण यह अत्‍यधिक डकार का कारण बन सकता है। कभी-कभी डकार में अधिक आंत्र पथ में गैस दके माध्‍यम से बाहर निकलती है। और तो और कभी-कभी डकार से अजीब से गंध और विशेष ध्‍वनि भी आने लगती हैं। हालांकि वास्‍तविक अर्थों में यह कोई समस्‍या नहीं है लेकिन डकार निश्‍चित रूप से शर्मिंदगी का कारण बन सकती है।

लीवर को नुकसान
जीरे में मौजूद तेल अत्‍यधिक अस्थिर होने के कारण, अधिक लंबे समय तक जीरे के अधिक मात्रा में इस्‍तेमाल से यह लीवर और किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। जीरा का तेल मांसपेशियों की ऐंठन को कम करने या रोकने के लिए जानवरों के लिए इस्‍तेमाल किया जाता है। 

गर्भापात का खतरा
जीरे से गर्भवती महिलाओं पर गर्भान्‍तक प्रभाव पड़ सकता है। इसका मतलब ज्‍यादा मात्रा में जीरे के सेवन से गर्भपात या समय से पहले डिलीवरी होने की आंशका बढ़ जाती है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को जीरे के अधिक सेवन से बचना चाहिए। 

मादक प्रभाव
जीरा में मादक गुण मौजूद होते हैं। इसलिए जीरे का सेवन सावधानी के साथ किया जाना चाहिए, क्‍योंकि यह नशे की लत बन सकता है। जीरे के अन्‍य दुष्‍प्रभावों में मानसिक समस्‍याएं, उनींदापन और मतली जैसी समस्‍याएं भी शामिल है। 

भारी माहवारी चक्र
जीरे की प्रवृत्ति कम होने के कारण, यह मासिक धर्म के दौरान हैवी ब्‍लीडि़ग का कारण बन सकता है। अगर आपने जीरे का सेवन बहुत अधिक किया है तो हैवी ब्‍लीडिंग के लिए आप जीरे को दोष दे सकते हैं। इ‍सलिए पीरियड्स में हैवी ब्‍लीडिंग से बचने के लिए जीरे का सेवन सीमित मात्रा में ही करें। 

ब्‍लड शुगर का निम्‍न स्‍तर
अधिक मात्रा में जीरे के सेवन से शरीर में ब्‍लड शुगर का स्‍तर कम होने लगता है। इसलिए निकट भविष्य में एक सर्जरी में जाने से पहले इस बात को याद रखना बहुत महत्‍वपूर्ण हो जाता है। क्‍योंकि सर्जरी के दौरान ब्‍लड शुगर के स्‍तर को बनाये रखना जरूरी होता है। इसलिए डॉक्‍टर सर्जरी के दौरान और बाद ब्‍लड शुगर के स्‍तर को नियंत्रित करने के लिए कम से कम दो सप्‍ताह पहले जीरा बंद करने की सलाह देता है।  

डायबिटीज रोगियों के लिए अच्छा नहीं
डायबिटीज रोगियों को अपने ब्‍लड शुगर के स्‍तर को नियंत्रण में रखने की जरूरत होती है। उन्‍हें स्‍वस्‍थ रहने के लिए ब्‍लड शुगर का स्‍तर सामान्‍य रखना होता है। ब्‍लड शुगर के स्‍तर में उतार-चढ़ाव डायबिटीज रोगियों के लिए अच्‍छा नहीं होता। जैसा की आप जानते हैं कि जीरे के सेवन से ब्‍लड शुगर के स्‍तर में बहुत जल्‍दी कमी आने लगती है और यह लो ब्‍लड शुगर स्‍तर का कारण बन सकता है। इसलिए डायबिटीज से पीड़ि‍त लोगों को जीरे के अधिक सेवन से बचना चाहिए। 

स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए नुकसानदेह
जीरा ब्रेस्‍टफीडिंग करवाने वाली महिलाओं के लिए अच्‍छा नहीं होता। इसलिए स्‍तनपान कराने वाली महिलाओं को जीरे के अत्‍यधिक मात्रा में सेवन से बचना चाहिए क्‍योंकि इससे दूध का उत्‍पादन कम होने लगता है। 

एलर्जी की समस्‍या
जीरा आयरन का सबसे अच्छा स्रोत है। इसे नियमित रूप से खाने से खून की कमी दूर हो जाती है। और त्‍वचा पर निखार आता है। लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि जीरे का इस्‍तेमाल त्‍वचा पर चकत्‍ते और एलर्जी पैदा कर सकता है। इसलिए त्‍वचा में एलर्जी से परेशान लोगों को जीरा का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए। 
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