§ गुलकंद बनाने के लिए आवश्यक सामग्री –
> चौड़े मुंह का कांच का जार
> गुलाब की पत्तियां
> दानेदार चीनी
> ईलायची के दाने
> मुक्ता पिष्ठी( पर्ल पाउडर) ईच्छा अनुसार
§ गुलकंद बनाने की विधि –
घर पर ही गुलकंद बनाने के कई आसान तरीके हैं आइए जानते हैं कि घर पर कैसे गुलकंद बना सकते हैं। गुलकंद बनाने के लिए गुलाब की पत्तियों को साफ करें, ध्यान रहे कि इस पर कीड़े बिल्कुल नहीं होने चाहिए। पत्तियों को अच्छी तरह से धोकर सुखा लें।
जार में गुलाब की पत्तियों को डालकर इसकी परत बनाएं।
गुलाब की परत के ऊपर दानेदार चीनी की एक परत बनाएं।
अब जार में आधे से ऊपर तक गुलाब की पत्तियों और चीनी की परत बना लें और जार को ढ़क्कन से कसकर ढ़क दें।
4 सप्ताह तक लगभग हर रोज 7 घंटे तक जार को धूप में रखें।
हर दूसरे दिन एक लकड़ी की चम्मच से जार में गुलाब और चीनी के मिश्रण को अच्छी तरह मिला लिया करें।
4 सप्ताह के बाद गुलकंद तैयार हो जाएगा, अब गुलाब का जैम यानि गुलकंद आपके खाने के लिए तैयार है।
§ गुलकंद के फायदे –
गुलकंद बनाने का तरीका तो आपने सीख लिया, अब आप गुलकंद खाने के फायदे भी जान लिजिए।
1. गुलकंद के फायदे एसिडीटी खत्म करने में –
रोजाना एक से दो चम्मच गुलकंद का सेवन करने से पेट की गर्मी शांत होती है। इसलिए गुलकंद खाने से एसिडीटी की समस्या नहीं होती और साथ ही यह पेट के अल्सर और आंतों की सूजन को कम करने के लिए भी लाभकारी होता है।
2. गुलकंद के लाभ मुंह के छाले ठीक करने में -
गुलकंद में ठंडक के गुण होते हैं जो कि मुंह के छालों की गर्मी कम करता है जिससे छाले जल्दी ठीक हो जाते है।
3. गुलकंद के फायदे याददाश्त और आंखों की रोशनी को बढ़ाने में –
गुलकंद पर्याप्त मात्रा में शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर है इसलिए आंखों की रोशनी और दिमाग की याददाश्त को बढ़ाता है।
4. गुलकंद खाने के फायदे स्किन के लिए उपयोगी –
गुलकंद स्किन के लिए एक टॉनिक की तरह काम करता है। रोजाना गुलकंद खाने से शरीर से सभी तरह के टॉक्सिन निकल जाते हैं जिससे रक्त शुद्ध होता है और ब्लैक-हेड्स, मुंहासे और पिंपल्स जैसी परेशानियों से छुटकारा मिलता है।
5. गुलकंद खाने का फायदा गर्मी के दौरान राहत देता है –
गर्मियों में गुलकंद का सेवन करना काफी लाभकारी होता है। इसमें ठंडक के गुण होते हैं इसलिए यह सन-स्ट्रोक, नाक से खून निकलने जैसी बीमारियों से रक्षा करता है और शरीर से अतिरिक्त गर्मी को निकाल देता है।
Comments