चिकित्सक अब हृदय संबंधी रोगों से लेकर कैंसर का सटीक इलाज कर पाएंगे। यह सब संभव हो सकेगा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से। डॉक्टर फिलहाल हृदय संबंधी रोगों का पता लगाने के लिए दिल के धड़कनों (हार्टबीट) की जांच करते हैं। इसमें पांच में से एक मामले में अनुभवी डॉक्टर भी बीमारी का पता लगाने में चूक जाते हैं। कई बार मरीज को स्वस्थ बता घर भेज दिया जाता है या फिर अनावश्यक रूप से सर्जरी की सलाह दे दी जाती है।
ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने ऐसी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक को विकसित किया है जो हृदय रोग का जल्द और सटीक रूप से पता लगाने में सक्षम है। एआइ तकनीक स्कैन में दिख रहे उन छोटी जानकारियों का भी पता लगा लेगी जिसे डॉक्टर नहीं देख पाते हैं। जांच के बाद सिस्टम यह भी बताएगा कि मरीज को हृदयाघात का खतरा है या नहीं।
ब्रिटेन के रैडक्लिफ अस्पताल में विकसित किए गए अल्ट्रोमिक्स नामक इस सिस्टम को एक हजार मरीजों के हृदय का स्कैन देकर बीमारी का पता लगाने को कहा गया था। इन सभी मरीजों का इलाज चिकित्सक प्रो. पॉल लीजन ने किया था।
प्रयोग में एआइ सिस्टम ने लीजन से बेहतर प्रदर्शन किया। वहीं ब्रिटेन के एक स्टार्टअप ने फेफड़े के कैंसर का पता लगाने के लिए भी एआइ सिस्टम विकसित किया है। यह कोशिकाओं के समूह नॉड्यूल्स (गांठ) की जांच करता है। फिर बताता है कि गांठ आगे चलकर कैंसर का रूप लेंगे या नहीं।
ह्रदय रोगों के कुछ खास लक्षण
अचानक सीने में दर्द दिल का दौरा पड़ने का संकेत हो सकता है, लेकिन अन्य चेतावनी के संकेत भी काफी मामलों में प्रत्यक्ष होते हैं।
आपको एक या फिर दोनो हाथों, कमर, गर्दन, जबड़े या फिर पेट में दर्द और बेचैनी महसूस हो सकती है।
आपको सांस की तकलीफ, ठंडा पसीना आना, मतली या चक्कर जैसे लक्षण हो सकते हैं।
आपको व्यायाम या अन्य शारीरिक श्रम के दौरान सीने में दर्द हो सकता है जिसे एनजाइना कहते हैं। जो कि जीर्ण कोरोनरी धमनी की बीमारी (सीएडी) के आम लक्षण हैं।
लगातार सांस टूटने की अत्यधिक तीव्र तकलीफ दिल के दौरे की चेतावनी है। लेकिन हो सकता है यह अन्य हृदय की समस्याओं का संकेत हों।
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