दालचीनी हर भारतीय रसोई के घर में मिलती है और हर कोई दालचीनी को मसालों के रूप में इस्तेमाल करता है। दालचीनी का स्वाद और सुगन्ध खाने को और भ्ज्ञ्ज्ञ स्वादिष्ट बना देता है और इसे मसालों की रानी भी कहा जाता है। दालचीनी में कई औषधीस गुण होते हैं जो हमें कई बीमारियों से दूर रखते हैं। दालचीनी सिर्फ मसाले के रूप में ही नहीं इस्तेमाल की जाती है जिसे पाचन, वातहर, स्तंभण, गर्भाशय उत्तेजक, गर्भाशय संकोचक एवं शरीर उत्तेजक है।
दालचीनी हर बीमारी का इलाज करने में बहुत सक्षम है। दालचीनी में विटामिन ए, बी6 कैल्शियम आयरन, मैग्नीशियम, फाइबर ये सारे गुण होते हैं। एंटी फंगल, एंटी बैक्टीरियल, एंटी ओक्सिडेंट, एंटी इन्फ्लेमेट्री ये सब तत्व दालचीनी में पाए जाते हैं।
ब्लड शुगर को नियंत्रित करें:-
विभिन्न अध्ययनों से पता चलता है कि दालचीनी इंसुलिन में मदद करता है। दालचीनी असाधारण रूप से उन व्यक्तियों के साथ प्रमुख है जिन्हें टाइप 2 मधुमेह है।
बदबूदार स्मेल को रोकने के लिए:-
दालचीनी के पत्तों का तेल उन जीवाणुओं को मारता है जिसकी वजह से बदबू आती है। दालचीनी के तेल की 2 से 5 बूंदें डालें और इसे पानी के साथ मिलाएं और फिर उसे डिफ्यूृजर में डाल दें और कुछ मिनटों में आप देखेंगे की सारी बदबू गायब हो गई। हालांकि दालचीनी में भी एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, आप एक समान मात्रा में स्प्रे जुग में मिला सकते हैं और इसे अपने किचन काउंटर टॉप्स, ट्रैश जार, टॉयलेट, यहां तक कि अपनी कार में भी साफ कर सकते हैं और उन फाउलेंट को खाली कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें :- अनार के फायदे व नुकसान
जोड़ों के दर्द में:-
अगर आपको जोड़ों के दर्द की परेशानी है तो इसमें आपको दालचीनी आराम देगी। दालचीनी का गर्म पानी रोज पीने से जोड़े के दर्द में आराम मिलेगा। इसके साथ ही दालचीनी के गर्म पानी को दर्द वाली जगह पर लगाने से आराम मिलता है। दालचीनी वाला गर्म पानी पीने से आपको एक सप्ताह में ही दर्द से निजात मिल जाएगा और एक महीने बाद ही आप चलने फीरने वाले हो जाएंगे। दालचीनी आर्थाइटिस के दर्द में भी बहुत लाभकारी है।
IBS में मदद करता है:-
दालचीनी का पाउडर पेट के रोग में भी बहुत लाभकारी होता है। जैसे अपच, गैस बनना, पेट दर्द और एसिडिटी इन सभी परेशानियों में बहुत लाभकारी होता है। उल्टी-दस्त की परेशानी में भी दालचीनी बहुत लाभकारी होती है। इतना ही नहीं पाचन तंत्र भी दालचीनी के पाउडर से सही होता है। अल्सर को जड़ से खत्म करने के लिए दालचीनी में शहद मिलाकर खाने से ठीक होता है।
एंटी-फंगल:-
दालचीनी तेल में एक विशेष एंटी-फंगल है जो हमारे पैरों में एलर्जी को खत्म करता है। लगभग छह दालचीनी के दाने या दालचीनी पत्तों की तेल की एक-दो बूंदें अपने पैरों में रोजाना लगाने से ठीक हो जाते हैं। आपको एक सप्ताह में ही आराम हो जायेगा।
मस्सगे आयल:-
अपने नाहने के पानी में कुछ दालचीनी के तेल की बूंदें डालने से आपकी त्वचा में बहुत सुधार आएगा। जैतून या बादाम के तेल में दालचीनी के तेल को मिला कर मालिश करने से मांसपेशियों में दर्द ठीक होता है।
खौफनाक क्रॉली विकर्षक:-
इतना ही नहीं दालचीनी का तेल मच्छरों के लार्वा को भी मारता है, साथ ही यह एक शानदार बग रिपेलेंट भी है। दालचीनी के अर्क के बजाय दालचीनी का तेल सबसे अच्छा है।
सर्दी- खांसी में लाभदायक:-
दालचीनी सर्दी, खांसी या गले की पेरशानी में एक असरकारक दवा के रूप में काम आती है। इसे पीसकर एक चम्मच शहद के साथ एक चुटकी मात्रा में खाने से जुकाम में सही होता है। दालचीनी के पाउडर को शहद के साथ गर्म या गुनगुने पानी में मिलाकर पीने से आराम आता है। इसके साथ ही दालचीनी के पाउडर को पिसी हुई काली मिर्च के साथ खाने से आराम मिलता है।
यह भी पढ़ें :- दालचीनी के फायदे और नुकसान
अल्जाइमर रोग:-
विश्वविद्यालय में किए गए एक शोध में पाया गया कि दालचीनी अल्जाइमर के प्रभाव को कम कर सकती है और इससे मदद भी मिल सकती है।
डिप्रेशन फाइटर:-
वर्तमान में हुए एक शोध से पता चला है कि पेट से संबंधित ट्रैक में कुछ प्रकार के बैक्टीरिया कुछ लोगों को अवसाद का शिकार बनाते हैं। ऐसे दालचीनी रोगाणुओं को मारता है यह अवसाद के साथ भी मदद कर सकता है।
दालचीनी तेल के प्रमुख स्वास्थ्य लाभ:-
वजन कम करने में भी दालचीनी बहुत लाभकारी होती है। दालचीनी में आयरन, कैल्शियम और विटामिन्स भरपूर मात्रा में होते हैं जो वजन कम करने में बहुत सहायक होते हैं। दालचीनी पाउडर, चायपत्ती और शहद तीनों को 1 गिलास पानी में मिला कर रोज सुबह और रात को पीने से वजन कम होता है।
एक चम्मच दालचीनी पाउडर को एक गिलास पानी में उबाल लें और फिर उसमें दो बड़े चम्मच शहद मिलाकर सुबह नाश्ते से आधा घंटा पीने से वजन में कम होता है।
Comments