अक्सर डिलिवरी के बाद कई महिलाओं को पीठ दर्द की प्रॉब्लम का सामना करना पड़ता है। ऐसे में पीठ दर्द से छुटकारा पाने के लिए कई महिलाएं दवाइयों का सेवन करने लगती हैं जो मां के साथ-साथ बच्चे की सेहत के लिए भी नुकसानदेह होता है। दवाइयों की बजाएं डिलिवरी के बाद होने वाले पीठ दर्द को दूर करने के लिए आप घरेलू उपचार कर सकती हैं...
क्यूं होता है दर्द?
पहली बार बच्चे को जन्म देने के बाद महिलाओं को पीठ दर्द होना आम बात है। डिलिवरी के बाद शारीरिक परिवर्तन के कारण पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने लगता है। डिलिवरी में मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं जिससे नसों पर दबाव पड़ने के कारण पीठ दर्द होने लगता है। इस पीठ दर्द के कारण आपका चलना, खड़े रहना, बैठना और किसी भारी चीज को उठाना मुश्किल हो जाता है।
ऐसे करें इलाज
- कई बार शिशु को झुककर दूध पिलाने के कारण पीठ दर्द शुरू हो जाता है। इसलिए हमेशा बच्चो को ब्रेस्टफीडिंग करवाते समय पीठ के पीछे तकिया लगा लें और पैरों को सीधा करके ही बच्चे को दूध पिलाएं।
- पीठ दर्द को दूर करने और शरीर के ऊपरी भाग की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए व्यायाम करें। हड्डी मजबूत और स्थिर होगी तो पीठ दर्द अपने आप गायब हो जाएगा।
- डिलिवरी के बाद हमेशा प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर युक्त भोजन ही लें। डिलिवरी के बाद पीठ दर्द को गायब करने के लिए फल, हरी सब्जियां, जूस, दूध और सूखे मेवे का सेवन करें।
- डिलिवरी के बाद हर महिला का शरीर कमजोर होता है। ऐसे में काम करने या भारी सामान उठाने के कारण भी पीठ दर्द शुरू हो जाता है। इसके अलावा खड़े होते समय दोनों पैरों पर समान वजन रखें।
- बच्चे को नहलाते समय या फिर कोई काम करते अगर झुकना पड़े तो कमर से झुकने की बजाए घुटनों के बल झुकें। एकदम से बैठते या उठते समय पीठ पर जोर पड़ता है और दर्द शुरू हो जाता है।
- डिलिवरी के बाद नियमित रूप से मालिश करवाएं। मालिश करवाने के बाद एकदम से न नहाएं। पीठ के निचले हिस्से और रीढ़ की हड्डी पर मालिश करवाने से राहत मिलती है।
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