योगासन से दूर करें साइटिका का दर्द

KayaWell Expert
  6/8/2018 12:00:00 AM

साइटिका का दर्द पैर में होता है। ऐसा होने पर रोगी को चलने में परेशानी होती है। साइटिका एक नर्व है जब इसमें सूजन या खिंचाव होने पर दर्द शुरु होता है जिसे सायटिका का दर्द कहते हैं। 30 से 40 साल की उम्र के लोगों में यह समस्या अधिक देखी जाती है। इसे कुछ योगासन की मदद से भी दूर किया जा सकता है।योग विशेषज्ञ मीना चौहान से जानते हैं कौन से योगासन साइटिका की समस्या दूर करने में कारगर हैं...

1. भुजंगासन

कोबरा पोज़ या भुजंगासन एक ही होता है इसमें बॉडी के अपर पार्ट को नाग की तरह ऊपर उठाया जाता है। यह साइटिका के साथ-साथ पेट की चर्बी कम करने और थाइरॉइड की समस्या दूर करने में भी फायदेमंद होता है। ध्यान रहे यदि हर्निया व अल्सर की समस्या से परेशान है तो इस आसन को ना करें।

विधि

भुजंगासन करने के लिए पहले पेट के बल लेट जाएं।

दोनों पैरों के बीच दूरी कम रखें और सांस लेते हुए अपर बॉडी को ऊपर उठाएं।

ध्यान रहे कि कमर पर ज्यादा खिंचाव न हो और अपनी क्षमता अनुसार इस आसन की मुद्रा को बनाएं रखें।

शुरुआत में इसे 3 से 4 बार ही करें, अभ्यास होने के बाद संख्या बढ़ा सकते हैं।

2. अपानासन योग

इस आसन को करने से साइटिका के दर्द और सुन्न होने की समस्या से लगभग पूरी तरह राहत मिल जाती है। अपानासन पवनमुक्तासन का एक रूप है। साइटिका के अलावा एसिडिटी, पेट पर जमा चर्बी घटाने के लिए भी ये फायदेमंद है, अगर आपको घुटनों या गर्दन में दर्द हो तो इस आसन को नहीं करना चाहिए।

विधि

इस आसान को करने के लिए पहले अपनी पीठ के बल लेट जाएं।

अब अपने दोनों पैरो को उठाएं और घुटनों को छाती के पास लाएं।

अब अपने सर को उठाएं साथ ही ठोड़ी को घुटनों से टच करें और घुटनों से मोड़कर अपनी बांहों के घेरों में लें।

जब तक रह सकें इस मुद्रा में रहे फिर सांस छोड़ते हुए पैरों को सीधा कर लें।

शुरुआत में इसे क्षमतानुसार कुछ देर के लिए ही करें।

इसे करने से साइटिका के कारण होने वाले पीठ दर्द और बदन दर्द में राहत मिलती है। पैर की हड्डियों को भी ये मजबूत बनाता है। नियमित करने से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी दूर होती है।

3 अधोमुख श्वान आसन 

विधि

इस आसन को करने के लिए पहले दोनों हाथ और घुटनों के बल लेट जाएं।

अब शरीर के पिछले हिस्से को ऊपर उठाइए साथ ही घुटनों और हाथों को भी सीधा कर लें।

दोनों हाथों को समान रखें और हाथेलियों को फैला दें।

1 से 3 मिनट तक एेसे ही रहें।

4. सुप्त पादांगुष्ठासन

इस आसन का फोकस पैरों को स्ट्रेच करने पर होता है जो साइटिका की समस्या में काफी राहत देता है।

विधि

पहले दोनों पैरो को फैला कर लेट जाये।

अब एक पैर को उठाइये और एक इतना लम्बा कपड़ा लीजिये जिस को पंजे में डाल कर हाथो में अच्छे से पकड़ सके।

पैर को धीरे-धीरे स्ट्रेच करे। घुटने को मोड़े बिना पैर को सर की तरफ लाने की कोशिश करे। कुछ समय ऐसे ही रहे।

5. शलभासन योग

इसे नियमित करने से साइटिका से होने वाले कमर और पीठ दर्द में बहुत राहत मिलती है। दमा रोग दूर करने, वजन घटाने और कब्ज की समस्या से निजात दिलाने में भी ये मददगार है। हाथो और कंधो को मजबूत बनाने के लिए भी इसे किया जाता है। इस योगासन से साइटिका में काफी हद तक राहत मिलती है। यह पीठ दर्द को मिटा देता है और मांसपेशियों को स्ट्रेच करने में भी मददगार साबित होता है।

विधि

सबसे पहले उल्टे लेट जाएं फिर श्वास अंदर लेते हुए अपने पैरों को ऊपर उठाइए।

अब हाथों की मुठ्ठी बना के जांघों के नीचे रख लें

पैरो को बिना मोड़े सीधा रखते हुए गहरी श्वास लें।

इसके बाद धीरे-धीरे श्वास छोड़ते हुए पैरों को नीचे रखें।

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